Tuesday, April 12, 2011
First Chairman of Municipal Board Kishangarh
First Chairman of Municipal Board Kishangarh: Advocate Ghanshyam Das Chaudhari was the first Chairman of Municipal Board Kishangarh after Independence. His son Justice Kishan Swaroop Chaudhari is the only person elevated as Judge, Rajasthan High Court from Kishangarh subdivision. Kishan Swaroop Chaudhari, B.Com. LLB. was a former Justice of Rajasthan High Court of India, serving the court between 2008 and 2010. He retired from High Court on 29 June 2010.
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सेवा में
ReplyDeleteसभापति महोदया
नगर परिषद , किशनगढ़
विषय – पद के दुरूपयोग कि शिकायत
महोदया
निवेदन है कि किशनगढ़ शहर क्षेत्र अवैध निर्माण ,अतिक्रमण तथा व्यवसायीकरण कि शिकायत नगर परिषद को
कि गई थी | इस पर कार्यवाही करते हुए नगर परिषद द्वारा नोटिस जारी किया गया | इस पर प्रतिपक्षी व्यक्ति सिविल
न्यायालय से यथा स्थिति का आदेश ले आया तथा न्यायालय ने मामले के पुन निरीक्षण का आदेश दिया |
इस पर जाचकर्ता अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए असत्य जांच रिपोर्ट बनाई | जिसका कि उद्देश्य उस व्यक्ति
को लाभ पहुचना था | जिसके विरूद्ध नगर परिषद किशनगढ़ ने अवैध निर्माण , अतिक्रमण ओर अवैध व्यवसायीकरण कि
कार्यवाही कि थी
जाच रिपोर्ट के तथ्य निम्न है
* जाचकर्ता अधिकारी ने लिखा है कि कोई अतिक्रमण नहीं किया गया है जबकि सत्यता यह है कि आम रास्ता जो कि
राजकीय भूमि है उस पर पोल लगा कर तथा चबूतरा बनाकर अतिक्रमण किया गया है | जिसका क्षेत्रफल वर्ग फीट है
इस अतिक्रमण से गली का रास्ता संकरा हो गया है | जो कि सल्गन फोटो में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है
*यह तथ्य दिया गया कि व्यवसायिक रूप (उपयोग यापरिवर्तन नहीं किया गया है जब कि सत्यता यह है कि प्रथम
मजिल ओर दूसरी मजिल कि दुकानों में दूकान के अनुरूप फर्नीचर लगा दिया गया है | इसका भी फोटो सल्गन है
जो कि स्पष्ट करता है तो इसे पूर्ण रूप से व्यवसायिक रूप में परिवर्तित कर दिया गया है
*जांचकर्ता अधिकारी ने ने तथ्य दिया कि ईमारत का निर्माण 5-6 वर्ष पूर्व हुआ है जो कि असत्य है क्यों कि जब जमीन
का बेचान है 2 ,1/2 वर्ष पूर्व हुआ तो फिर निर्माण 5-6 वर्ष पूर्व केसे हो गया
*जांच-रिपोर्ट में लिखा गया है कि बालकोनी गिरने कि स्थिति में नहीं है |जब कि इसमें दरार आ गई है ओर यह आगे कि
कि ओर झुक गई है इसे सहारा देने के लिए इसके एक ओर लोहे का पोल लगाया गया है | जो कि भविष्य में दुर्घटना का
कारण बन सकता है | इस तथ्य के सत्यता हेतु भी फोटो सल्गन है
उक्त सभी तथ्यों में जांच अधिकारी ने प्रति-व्यक्ति को लाभ पहुचने के इरादे से से यह सभी असत्य तथ्य प्रस्तुत किये है
जो कि पद के दुरुपयोग ओर भ्रष्टाचार दायरे में आता है |
आपसे निवेदन है | इस जांच रिपोर्ट को न्यायालय में प्रस्तुत नहीं किया जाये | पुन : जांच रिपोर्ट बनायीं जाये ओर सही
ओर सत्य तथ्य ही प्रस्तुत किये जाये | जांच अधिकारी पर (पद के दुरूपयोग कि जांच ) कि जाये ओर आवशयक कार्यवाही
के आदेश प्रदान करे
सल्गन
ईमारत के फोटो संख्या निवेदक
जांच –रिपोर्ट कि फोटो-प्रति विजय सिंह रावत
नोटिस कि प्रति